जम्मू के आस - पास अजार्क के पौधे काफी मात्रा में देखने को मिलते हैं इसके अलावा नैनीताल के पास भी उसके पौधे देखने को
मिले हैं इस पौधे की लंबाई 4 से 6 फुट की होती है इसकी पत्तियों को जंगली बकरे बड़े चाव से खाते हैं जब जंगली बकरे का पेट भर
जाता है तब वह जमीन पर बेहोश होकर गिर जाता है इसके बाद बकरे के मुंह से लार गिरने लगती है इस लार को जब हवा का
स्पर्श लगता है तो यह ठोस बन जाती है यह लार बहुत ही मूल्यवान होती है और बहुत ही कारगर औषधि है इस लार को पाउडर के रूप
में पीसकर अपने पास रख ले जब कोई शराबी व्यक्ति बीमार हो जाए या उसके लीवर में सूजन आ जाए तो इसकी एक बार खुराक
देने से ही सूजन मिट जाती है इसके बाद केवल तीन खुराक देने से व्यक्ति को शराब से घृणा हो जाती है और वह इसके बाद
जिंदगी भर शराब को मुंह नहीं लगाता शराब को छुड़ाने के लिए यह संसार की सबसे अच्छी औषधि है इसके अलावा भी जिनका
लीवर बहुत ज्यादा बढ़ गया हो, लीवर में सूजन आ गई हो या किसी अन्य प्रकार की बीमारी हो उसमें यह औषधि रामबाण का
काम करती है वस्तुतः यह दिव्य औषधि के रूप में प्रयोग की जाती है इसके पौधे पहाड़ी क्षेत्रों में बड़े ही दुर्गम स्थान पर पाए जाते हैं
और बहुत ही कम मात्रा में पैदा होते हैं|
माँ विंध्यवासिनी की शक्ति साधना
8 टिप्पणियाँ
Click here for टिप्पणियाँAjark ka paudha ka foto sahi sahi dale jisse ki paudhe ki pahechan kar shake, aapne jo foro dikhaya hai woh apamarg ka hai, please sahi foto dale
ReplyMuze ey davai leyni hai
Replyअजार्क,अजगंध या अजबला तुलसी परिवार का पौधा है जो जंगलों में बरसात के बाद स्वत:ही उग आता है । जिन्हें इसके बीज चाहिए 8169950701 पर संपर्क करें । धन्यवाद
ReplyAjark ka satv kaise Banta hi
Replykya mil sakta hei ye mugbhe
ReplyNice
Replykahn milega is ka sat
Replyकितना में मिलेगा और कैसे मिलेगा और इसे कहा उपजेउगा
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